tag:blogger.com,1999:blog-8126814490559977081.post7987223650366670404..comments2023-10-17T21:08:19.523+05:30Comments on लूज़ शंटिंग: टेस्टट्यूब बेबी...Bhuwanhttp://www.blogger.com/profile/03895214231893357909noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8126814490559977081.post-62881192288156640652009-08-09T14:46:36.795+05:302009-08-09T14:46:36.795+05:30आपका गुस्सा जायज़ है, लेकिन मुझे नहीं लगता की कुछ ...आपका गुस्सा जायज़ है, लेकिन मुझे नहीं लगता की कुछ किया जा सकता है. यह हमारे यहाँ का राष्ट्रीय चरित्र और राष्ट्रीय समस्या है. इसका पता उस गर्भवती महिला को भी होगा ही. ऐसे में तो उनसे यह उम्मीद हरगिज़ नहीं की जा सकती की वे उन लोगों का प्रतिवाद करें, आखिर रोज़ का आना-जाना है उन्हें.<br />अपने यहाँ तो पुलिस भी गर्भवती औरतों के पेट पर लात मारने के लिए कुख्यात है. और किसका कहें!निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8126814490559977081.post-56743000923446573962009-08-08T14:08:56.950+05:302009-08-08T14:08:56.950+05:30सचमुच कितना मुश्किल है एक कामकाजी औरत का रोज को न...सचमुच कितना मुश्किल है एक कामकाजी औरत का रोज को नजरअंदाज करना....कितनी नजरे अपने शरीर पे चिपकाये आती है वो लौटकर.....कितनी सदिया बीत गयी....औरत वही खड़ी हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8126814490559977081.post-65309226246386675712009-08-08T13:28:28.139+05:302009-08-08T13:28:28.139+05:30सबकुछ सहने और सुनने का साहस जितना महिलाओं में हो स...सबकुछ सहने और सुनने का साहस जितना महिलाओं में हो सकता है, पुरुषों में नहीं।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8126814490559977081.post-84821430906691576112009-08-08T11:59:42.291+05:302009-08-08T11:59:42.291+05:30दीप्ती जी आपको साधुवाद आपकी सोच को प्रणाम मेरी समझ...दीप्ती जी आपको साधुवाद आपकी सोच को प्रणाम मेरी समझ में खुद आज तक नहीं आया कि अभी भी कितने लोग मनुष्य नहीं हो पाये हैं.सारी गालियां सारी अश्लीलता महिलाओं को लेकर ही क्यों है? मैंने आपका पहले वाला लेख भी पढा था. सारी संवेदनाओं को झकझोर देता है. हम मनुष्य कब बनेंगे? हम स्त्री पुरुष को मात्र मनुष्य के रूप में कब देखेंगे?संजीव गौतमhttps://www.blogger.com/profile/04495238607820943010noreply@blogger.com