बिग बॉस में तनीषा और अरमान |
शायद
हमारे आसपास ऐसी कई महिलाएं/लड़कियाँ मौजूद हैं जो दिखती तो आत्मनिर्भर
हैं लेकिन, कहीं ना कहीं भंयकर रूप से
अपने परिवार के दबाव में हैं। करियर में बहुत ज्यादा सफल नहीं हो पाना या अकेले
रहना आज भी एक महिला के लिए जीवन को मुश्किल बना देनेवाली बातें हैं। परिवार में
अपनी अपनी इज्जत को बनाएं रखने के लिए एक औरत होने के नाते जिस दबंगई की ज़रुरत
होती हैं वो हर लड़की के पास नहीं होती। स्वभाव का सौम्यपन एक अकेली महिला को
कितना भारी पड़ सकता है इसे मैंने बहुत करीब से महसूस किया है। ऐसे में तनीषा को
शायद अरमान के रूप में वो संबल नज़र आया हो जो उसे परिवार के दबाव से मुक्त कर
सके।
हालांकि
अरमान भी न तो व्यवसायिक रूप से और ना ही निजी रूप से सफल व्यक्ति है। बावजूद इसके
उनके स्वभाव में न कोई घबराहट है और ना ही वो हिचक जो तनीषा के चेहरे हमेशा बनीं
रहती हैं।
इन दोनों
ही असफल लोगों के व्यवहार और उनके बीच पनप रहे रिश्ते को देखकर हम हमारे आधुनिक
समाज के खोखलेपन को समझ सकते हैं। जहाँ आज भी लड़के का निकम्मा होना उसके लिए गर्व
की ही बात हैं। और, एक लड़की के लिए आज भी अकेले जीना और लोगों से जूझना मुश्किल
काम हैं।
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