Saturday, September 26, 2020

चार भाषाओं के छ: गानों के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले एस पी नहीं रहे - राजा दुबे

पार्श्वगायन में बहुभाषी गीतों के गायन की लम्बी परम्परा रही है मगर दक्षिण भारत के सुप्रसिद्ध, सुमधुर पार्श्वगायक एस. पी. बालासुब्रमण्यम संभवतः इस परम्परा के सबसे लोकप्रिय और सर्वमान्य गायक थे. उन्होंने सोलह भाषाओं मे चालीस हज़ार से अधिक गाने गाये. चार भाषाओं - तेलुगू, तमिल, कन्नड़ और हिंदी गानों के लिए छ: बार सर्वश्रेष्ठ गायक के तौर पर राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले वे देश के संभवत: एकमात्र पार्श्वगायक थे. एसपी बालासुब्रमण्यम का नाम सबसे ज्यादा फिल्मी गानों में आवाज देने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है .भारत सरकार ने उन्हें वर्ष 2001 में पद्मश्री और वर्ष 2011 में पद्मभूषण नागरिक सम्मान से विभूषित किया गया था . 


बॉलीवुड के इसी सुरीले और लोकप्रिय गायक एस.पी बालासुब्रमण्यम का 25 सितम्बर 2020 को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण निधन हो गया चौहत्तर साल के एस. पी बालासुब्रह्मण्यम ने हिंदी फिल्मों की गायकी में अपनी एक अलग पहचान स्थापित की थी. वर्ष 1989 में सलमान खान-भाग्यश्री अभिनित फिल्म - मैंने प्यार किया " में सलमान खान पर  फिल्माये गये सभी गानों को एसपी ने ही स्वर दिया था. उसके बाद उन्होंने सलमान खान के कैरियर के शुरुआती दिनों के सभी गाने गाये और कई सालों तक उन्हें सलमान खान की आवाज के तौर पर भी जाना जाता रहा. एस. पी. बालासुब्रह्मण्यम ने कई हिंदी फिल्मों में संजय दत्त और कमल हासन जैसे शीर्षस्थ अभिनेताओं  के लिए भी अपनी आवाज दी.



एस.पी. बाल सब्रमण्यम का पूरा नाम श्रीपति पण्डित  आराध्युल बालसुब्रमण्यम था, उन्हें लोगएस.पी.बी. अथवा बालू के नाम से भी पुकारते थे.आँध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के एक छोटे-से गाँव कोनेटम्मपेटी में 04 जून 1946 को जन्मे एस.पी. एक बहुभाषी पार्श्वगायक के साथ अभिनेता, फिल्म निर्माता और फिल्म निदेशक भी थे. उन्होंने अपने पाँच दशक लम्बे कैरियर में चालीस से भी अधिक फिल्मों का निर्देशन भी किया. एस. पी. बालसुब्रमण्यम की आवाज एक अलग खनक लिये हुए थी और उनकी आवाज को लेकर यदि कोई तुलनात्मक टिप्पणी होती थी वो दक्षिण के ही उनके समकालीन पार्श्वगायक येसुदास से. एस.पी.ने पार्श्वगायक  के रुप मे   छ: राष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे जबकि येसुदास को उनसे दो ज्यादा आठ राष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे मगर एसपी को चार भाषाओं में पार्श्वगायन के लिये ये पुरस्कार मिले थे जो उन्हें येसुदास से आगे रखता है.

राजा दुबे 

No comments: